Terms and Conditions - For Booking
01. अपना यात्रा कन्फर्म करने हेतु 20% रु. सहयोग राशी www.tripuryatra.com पर ऑनलाइन बुकिंग करवाना अनिवार्य है। शेष राशी यात्रा से 30 दिन पूर्व www.tripuryatra.com ऑनलाइन देना अनिवार्य रहेगा । अन्यथा आपकी यात्रा निरस्त कर दी जाएगी । पूर्ण राशि पर 5 % GST चार्ज अलग से लगेगा। GST अमाउंट वापसी योग्य नहीं है l
02. यात्रा दिनाँक के दो दिन पूर्व टूर इतनरी (यात्रा कार्यक्रम ) www.tripuryatra.com पर टूर इतनेरी प्राप्त करना अनिवार्य है ,आप टूर इतनेरी का प्रिंट आउट निकाल कर पूर्ण मार्गदर्शन हेतु रखेंगे । इसकी जवाबदारी आप की स्वयं की होगी |
03. यात्रा के निरस्त करने पर यात्रा की पूर्ण राशि का निरस्तीकरण प्रभार 20% लगेगा, यात्रा दिनाँक के 15 दिन पूर्व पूर्ण राशि का निरस्तीकरण प्रभार 50 % व यात्रा दिनाँक के 7 दिन पूर्व पूर्ण राशि का निरस्तीकरण प्रभार 75% कटौती होगी । यात्रा दिनाँक से 2 दिन पूर्व राशि वापस योग्य नहीं होगी | आपको अपने कैंसिल दिनाँक फार्म से अंकित करवाना अनिवार्य है | रजिस्टेशन अमाउंट 20% किसी भी परिस्थिति में वापसी योग्य नहीं है। एवं 5 % GST भी वापसी योग्य नहीं है। और वेब साइड से बुकिंग होने पर , कैंसलेशन के लिए रिक्वेस्ट भेजना आपको अपने ID से अनिवार्य है। अन्यथा आपका टिकट मान्य रहेगा और कंस्लेशन अमाउंट जिस दिन आप रिक्वेस्ट भेजे होंगे , उस दिन से काउंट होगी और उसी दिनांक के आधार पर आपने जमा पैसे रिफंड होगा , यदि आप कैंसलेशन रिक्वेस्ट डालना भूल गए। तो उस परिस्थिति मेंआपका यात्रा कन्फर्म माना जावेगा। और आपकी राशि वापसी योग्य नहीं होगी। आपकी कैंसलेशन राशि की वापसी यात्रा वापसी से 1 महीने के अंतराल समय अवधि में निष्पादित होंगे ।
04. 20 % रजिस्टेशन अमाउंट किसी भी परिस्थिति में वापसी योग्य नहीं है , यदि रेलवे से स्पेशल ट्रैन उपलब्ध नहीं हो पति या स्पेशल ट्रैन में पुरे यात्री नहीं हो पाते , तो समिति यात्रा आगे शिफ्ट कर सकती है , आप उस यात्रा में सम्मिलित हो सकते है या अन्य दूसरे यात्रा में भी सम्मिलित हो सकते है या आपकी रजिस्टशन अमाउंट समिति के पास जमा रहेगी , जब आपके पास समय रहेगा , तो किसी भी यात्रा में शामिल हो सकते है।
05. प्रत्येक श्रद्धालुगण अपना अपना ओरिजनल आई. डी. प्रूफ (आधारकार्ड , वोटर आई डी कार्ड , पेन कार्ड , ड्राविंग लाइसेंस , पासपोर्ट ) इसमें से एक अवश्य रखे । नेपाल विदेश यात्रा करने वाले श्रद्धालुगण वोटर आई डी कार्ड ही रखे। यदि कोई श्रद्धालुगण आई. डी. की फोटो कॉपी रखता है या ओरिजनल आई डी कार्ड ले जाना भूल जाते है । तो T.T.E श्रद्धालुगण से पूरा टिकट का राशि का फाइन करने का पूर्ण अधिकार रहेगा | उनकी यात्रा वही केंसल हो सकती है।
06. . अ) 5 से 8 वर्ष की उम्र के बच्चो का सहयोग राशि ५०% जो कुल राशि से देय होगा तथा शयन बर्थ आबंटित नहीं की जावेगी | वरिष्ठ यात्रियों को पूरा सहयोग राशि देना होगा |
ब) 5 वर्ष से कम आयु के बच्चो का जन्म प्रमाण पत्र की फोटो कॉपी जमा करना अनिवार्य है, अन्यथा पूरा टिकट लगेगा |
07. जिस श्रद्धालुगण का यात्रा में आरक्षण होगा । वही श्रद्धालुगण यात्रा कर सकते है ।उसके स्थान पर कोई भी दूसरा श्रद्धालु व्यक्ति यात्रा नहीं कर सकते । दूसरा श्रद्धालु के लिए यात्रा पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी ।
08. यात्रा के दौरान ताश, मंदिरा, धूम्रपान का सेवन पूर्णतः प्रतिबंधित है । उपरोक्त वस्तुओ का सेवन करते पाये जाने पर। आपकी यात्रा वही रद्द कर दी जाएगी ।
09. सभी यात्री अपने स्वास्थ्य सम्बंधित , सुरक्षा तथा जान - माल की हिफाजत के लिए स्वयं जिम्मेदार रहेंगे। यात्रा के दौरान किसी भी तरह की आकस्मिक दुर्घटना या नुक्सान के लिए समिति जिम्मेदार नहीं होगी |
10. अपरिहार्य कारणों से ( जैसे रेलवे द्वारा यात्रा शैड्यूल चेंज करने पर या ट्रैन में रेलवे में कन्फर्म टिकट उपलब्ध नहीं होने पर ) यात्रा कार्यक्रम (तीर्थ स्थलों) में परिवर्तन किया जा सकता है |
11. समिति की सेवाए बिलासपुर रेलवे स्टेशन से प्रारम्भ होकर बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर समाप्त हो जाएगी |
12. टी.बी. , शुगर, ब्लडप्रेसर, ह्रदय रोग या अन्य गंभीर रोगो से ग्रसित यात्रियों को सलाह दी जाती है। वे अकेले सफर न करे । साधारणतः अपनी दवाईयां साथ रखे । बीच में किसी भी प्रकार की (स्वास्थ सम्बन्धी) समस्या आने पर समिति की जवाबदारी नहीं रहेगी। इसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे । यात्रा में सम्मिलित होने से पहले स्वास्थ्य सम्बंधित सभी चेकप डॉक्टर से अवश्य करवा ले । डॉक्टर की सलाह पर यात्रा करे | डॉक्टर द्वारा दिए हुए सर्टिफिकेट समिति में जरूर जमा करवाए । ये आपकी स्वयं की जवाबदारी होगी | समिति के साथ यात्रा में कोई डॉक्टर नहीं रहते। स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या आने पर रेलवे के कंट्रोल स्टाफ से बात कर रेलवे डॉक्टर स्टेशन पर ही उपलब्ध करवाया जाता है। दवाइयाँ , डॉक्टर चार्ज , एम्बुलन्स किराया का खर्च यात्रियों को स्वयं वहन करना रहेगा।
13. 60 से अधिक आयु के यात्री के साथ पारिवारिक सहयोगी यात्री सदस्य का होना अनिवार्य है |
14. किसी भी प्रकार की विवादपूर्ण परिस्थितियों में हमे आप का सहयोग चाहिए | जो निर्णय समिति लेगी वह अंतिम व सर्वमान्य होगा |
15. आपको जो बर्थ आबंटित की जाएगी । यदि उसमें किसी भी प्रकार की क्षति होती है । तो समिति के पास आप पर रेलवे शासकीय नियमनानुसार चार्ज करने का पूर्ण अधिकार रहेगी |
16. यात्रियों से अनुरोध है, यात्रा के दौरान शांति, सौहाद्रपूर्ण भक्तिमय वातावरण निर्मित कर यात्रा करें । साधनात्मक वातावरण आपकी यात्रा और भी अद्भुत और सुखद बनती है।
17. समिति द्वारा दिए गए दिशा निर्देश व समय का पालन करना अनिवार्य है । अन्यथा यात्रियों को होने वाली असुविधाएँ जैसे (ट्रेन, बस छूटना) के लिए स्वयं जिम्मेदार होंगे । किसी भी प्रकार की आपके द्वारा की गई व्यय (खर्च ) समिति कदापि वहन नहीं करेगी ।
18. रेलवे प्रबंधन द्वारा 2 घंटे पूर्व ही ट्रेन हमें उपलब्ध होती है | जिससे हमारे समिति को ट्रेन में लगे, बिजली, पंखे, पानी की स्थिति व टायलेट से हम अनभिज्ञ रहते है | अतः यात्रा के दौरान कोई भी समस्या आती है, तो कृपया संयम से काम लेवें, आपके समस्या का निराकरण जल्द समिति द्वारा करवाने का प्रयास किया जाएगा |
19. सभी श्रद्धालुवों को ट्रेन में बैठने के पश्चात ही जलपान स्वल्पाहार (नाश्ते) एवं भोजन की व्यवस्था कराइ जावेगी |
20. किसी भी प्रकार की दावा आपत्ति का निराकरण रायपुर न्यायालय क्षेत्र में होगी |
21. सभी यात्री को असुविधा (बस में बैठने और खाना नाश्ता उपलबध ) से बचने हेतु यात्रा आईडी बैच पहनना अनिवार्य है, यात्रा आईडी बैच गुमने पर संस्था से अतरिक्त शुल्क 300 रूपए दे कर दूसरा बैच बनवा लें | अन्यथा चेकिंग के दौरान बैच नहीं मिलने पर 500 रूपए समिति द्वारा जुर्मना लिया जावेगा |
22. सभी भक्तजनो को हमारी समिति द्वारा सूचित किया जाता है की तिरुपति बालाजी के दर्शन में एक समय निर्धारित कर दिया जाएगा | जिससे दर्शन हो या न हो इसमें समिति की जवाबदारी नहीं रहेगी, क्योकि बालाजी दर्शन 4 घंटे में हो सकते है तो कभी 30 घंटे दर्शन लग जाते है | कृपया समिति को सहयोग प्रदान करें |
23. यदि किसी भी यात्री द्वारा चैन पुलिंग किया जाता है | तो रेलवे पुलिस बल (RPF) द्वारा किसी भी प्रकार की उचित कार्यवाही उस यात्री पर करते है , तो उसमें समिति की जवाबदारी नहीं रहेगी |
24. समिति 2 या 3 कि.मी. कि दुरी में धर्मशाला या मंदिर तक रहने पर वाहनों कि व्यवस्था नहीं करेगी | आप अपने स्वयं कि व्यवस्था से मंदिर दर्शन करेंगे व स्टेशन, धर्मशाला पहुँचेंगे |
25. समिति द्वारा सभी भक्तजनो को मंदिर द्वार ( तीर्थ स्थल ) तक ले जाया जावेगा | किसी कारणवश किसी भक्तजन व श्रद्धालुवो दर्शन से वंचित रहते है ,तो समिति इसके लिए जवाबदार नहीं रहेगी |
26. श्रद्धालुगढ़ अपने रूपए, पैसे, मोबाइल, कैमरा, ज्वेलरी तथा कीमती सामानो कि रक्षा स्वयं करें | मोबाइल चार्ज करते समय स्वयं मोबाइल पर ध्यान देवें | मोबाइल या सामान खो जाने पर पूर्ण जवाबदारी आपके स्वयं कि होगी |
27. केदारनाथ , बद्रीनाथ व तिरुपति बाला जी में दर्शनार्थीओ की काफी भीड़ रहती है । यदि किसी कारणवश श्रद्धालुगढ़ दर्शन करने में असमर्थ रहते है , उसके लिए समिति जवाबदार नहीं रहेगी । तिरुपति बाला जी के VIP दर्शन टिकट और चार धाम की यात्रा दर्शन टिकट यात्रीगण स्वयं से ऑनलाइन टिकट बुक करेंगे।
28. टूर प्रोग्राम (आइटिनरी ) से ट्रेन पहुँचने वाले स्टेशन से ३ घंटे विलम्ब होती है । तो आपके आगे के लंच ,डिनर , ब्रेक फ़ास्ट कैंसल हो जावेगी । आपको स्वयं लंच ,डिनर , ब्रेक फ़ास्ट करनी होगी l
29. समिति द्वारा किसी भी श्रद्धालुगण को किसी भी ट्रैन में बर्थ की गारंटी नहीं दी जाती। केवल श्रद्धालुओ के लिए समिति सतत प्रयासरत रहती है। समिति आपकी रेलवे टिकट irctc रेलवे के माध्यम से बुक करवाती है। अतः आप जिस समय अपनी यात्रा की बुकिंग करवाते है। उसी समय आपकी रेलवे टिकट आपके नाम से बनती है। रेलवे में जो कोच बर्थ की स्थिति उपलब्ध रहती है। वही कोच बर्थ आपको मिलती है। यदि आपके द्वारा माँगा गया बर्थ आपको उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में आप को समिति द्वारा दिए गए बर्थ में ही यात्रा करनी होगी।
30. यात्रा के दौरान नाश्ते भोजन की व्यवस्था स्पेशल ट्रेन में की गई है | स्पेशल ट्रेन से बाहर यात्रा के दौरान दोपहर की भोजन की व्यवस्था आपकी स्वयं की रहेगी
31. यात्रा के दौरान ट्रैन रद्द होने या प्राकृति आपदा आने या लैंड स्लाइड होने से रोड बंद हो जाने या राजनीतिक व प्रशासनिक कारण होने
पर ( प्रशासन द्वारा यात्रा रोकने पर ) समिति आपकी यात्रा वही इन परस्थिनुसार स्थगित कर देगी। आपको होटल व भोजन , नाश्ते की व्यवस्था स्वयं के व्यय से करनी रहेगी। व आपको मंदिर दर्शन हेतु स्वयं के व्यय से वाहन व्यवस्था कर के जानी रहेगी। हमारे यात्रा मैनेजर आपका सम्पूर्ण सहयोग करेंगे। पूर्ण राशि वापसी नहीं हो पायेगी |
32. समिति स्पेशल ट्रेन /कोच के लिए रेलवे में आवेदन करती है। परन्तु किसी कारणवश रेलवे स्पेशल ट्रेन कोच उपलब्ध नहीं करा पाती है। तो उस स्थिति अनुसार आपको रेज़र्वेशन कोच में यात्रा करनी रहेगी। या पूरे 1080 यात्री नहीं मिलने पर , 1 कोच में या २ कोच में यात्रा करनी रहेगी
आप सहमति पर ही बुकिंग कराये।
33. 20 प्रतिशत रूपए देकर अपना रजिस्टेशन करने के पश्चात शेष राशि यात्रा दिनांक के 1 महीने पूर्व जमा करना अनिवार्य है l
34. यदि रेलवे के परिचालन के कारण ट्रेन लेट हो जाती है l और आगे की कोई कनेक्टिंग ट्रेन छूट जाती हैl इसके लिए समिति जवाबदारी नहीं होगी आगे आपको स्वयं के खर्चे से अगले गंतव्य स्थान पर पहुंचनी रहेगी l
35. यदि रेलवे अपने किसी कारणवश ट्रेन कैंसिल कर देती है l तो इसके लिए समिति की जवाबदारी नहीं रहेगी l आगे की यात्रा आपको अपने स्वयं के खर्चे से करनी रहेगी l
36. मैंने आइटिनरी ( टूर प्रोग्राम ) पढ़ के प्राप्त कर चूका /चुकी हूँ । मैं उपरोक्त सभी 01 से 36 बिन्दुओ के नियम एवं शर्तो से पूणतया पढ़ के सहमत हूँ । इसलिए व्हाट्सप पर सहमति के लिए ओके का साइन किया है।
आवेदक नाम , मोबाईल नम्बर / हस्ताक्षर
Mata Vaishno Devi ( Special Train) 07 Days
Destinations 1. Mata Vaishno Devi
2. Haridwar
3. Mathura (Shri Krishna Janmabhoomi)
Yatra Dates
Attractions
जम्मू और कश्मीर के कटरा में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर भारत में सबसे अधिक देखे जाने वाले हिंदू तीर्थ स्थलों में से एक है। दुनिया भर से श्रद्धालु इस मंदिर के दर्शन करने और माता वैष्णो देवी का आशीर्वाद लेने आते हैं। इसे सबसे महत्वपूर्ण शक्तिपीठों में से एक भी माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि देवी सती की खोपड़ी यहां गिरी थी। श्री माता वैष्णो देवी जी की तीर्थयात्रा हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र तीर्थयात्राओं में से एक मानी जाती है। यह मंदिर दुनिया भर में लोकप्रिय है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि "मूंह मांगी मुरादें पूरी करने वाली माता", यहां की देवी अपने भक्तों की जो भी इच्छा होती है उसे पूरा करती हैं। यह पवित्र गुफा 5,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और तीर्थयात्रियों को कटरा से शुरू होकर लगभग 12 किमी की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। भवन पहुंचने पर, तीर्थयात्रियों को गर्भगृह, यानी पवित्र गुफा के अंदर देवी के दर्शन का आशीर्वाद मिलता है। इस गुफा में देवी तीन प्राकृतिक चट्टानों के आकार में हैं, जिन्हें "पिंडी" भी कहा जाता है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि गुफा के अंदर कोई मूर्ति या मूर्तियां नहीं हैं। अधिकांश पुराने तीर्थस्थलों की तरह, यह बताना कठिन है कि इस पवित्र तीर्थस्थल की तीर्थयात्रा वास्तव में कब शुरू हुई। इस पवित्र गुफा के भूवैज्ञानिक अध्ययन से पता चला है कि यह लगभग दस लाख वर्ष पुरानी है। इस पवित्र गुफा का पहला उल्लेख महाकाव्य महाभारत में मिलता है। यह वह समय था जब पांडव और कौरव कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में एक-दूसरे का सामना कर रहे थे; श्रीकृष्ण की सलाह पर अर्जुन ने जीत का आशीर्वाद लेने के लिए वहां तपस्या की। यह तब होता है जब अर्जुन देवी माँ को 'जम्बूकाटक चित्यैषु नित्यं सन्निहितलाये' कहकर संबोधित करते हैं, जिसका अर्थ है 'आप जो हमेशा जम्बू में पहाड़ की ढलान पर मंदिर में निवास करती हैं' (ऐसा माना जाता है कि इसे वर्तमान जम्मू कहा जाता है)। यह भी माना जाता है कि पांडवों ने देवी मां के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए सबसे पहले कोल कंडोली मंदिर और मुख्य भवन का निर्माण किया था। शायद इस पवित्र गुफा का एक और संदर्भ गुरु गोबिंद सिंह द्वारा दिया गया है, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे पुरमंडल के रास्ते वहां गए थे। हालाँकि श्री माता वैष्णो देवी की उत्पत्ति के विभिन्न संस्करण हैं, लेकिन आम तौर पर यह माना जाता है कि इस मंदिर की खोज लगभग 700 साल पहले हुई थी। यह व्यापक रूप से मानी जाने वाली पंडित श्रीधर की कहानी के अनुसार है। कहानी इस प्रकार है कि माता वैष्णो देवी ने स्वयं पंडित श्रीधर के घर पर भंडारा आयोजित करने में मदद की थी। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, ऐसा माना जाता है कि माता भैरो नाथ से बचने के लिए भंडारे के बीच से ही चली गईं। देवी ने बाणगंगा, चरण पादुका और अधक्वारी में पड़ाव डाला और अंत में गुफा तक पहुंची और पूरी यात्रा के दौरान भैरो नाथ लगातार उनका पीछा करते रहे। तब देवी को उसे मारने के लिए मजबूर होना पड़ा और गुफा के ठीक बाहर उसका सिर काट दिया गया। यह सिर एक दूर पहाड़ी की चोटी पर जोर से गिरा। उसे अचानक एहसास हुआ कि यह सब व्यर्थ था और उसने क्षमा के लिए प्रार्थना की। माता वैष्णो देवी ने उन्हें माफ कर दिया और यह भी आशीर्वाद दिया कि इस गुफा में आने वाले प्रत्येक भक्त को भैरों के दर्शन के लिए भी जाना होगा। उसी समय, वैष्णवी ने भी अपना मानव रूप छोड़ने का फैसला किया और यह माना जाता है कि उसने खुद को चट्टान में विसर्जित कर दिया। तब से, माता वैष्णवी तीन सिरों या "पिंडियों" के साथ 5 ⅕ फीट ऊंची चट्टान के रूप में गुफा में मौजूद हैं। कहानी पंडित श्रीधर के पास वापस आती है, जहां वह असहनीय दुःख में पड़ गए और उन्होंने भोजन और पानी लेना बंद कर दिया और लगातार माता वैष्णो देवी से फिर से प्रकट होने की प्रार्थना की। ऐसा माना जाता है कि उन्हें एक सपना आया था जहां माता वैष्णवी ने उन्हें विशेष रूप से त्रिकुटा पर्वत के बीच में स्थित पवित्र गुफा में उन्हें खोजने के लिए कहा था और उन्हें रास्ता भी दिखाया था। उसने यह भी आग्रह किया कि वह अपना उपवास तोड़ दे। उस सपने के बाद, पंडित श्रीधर पहाड़ों में पवित्र गुफा की खोज में निकल पड़े और अंततः उसे ढूंढ ही लिया। गुफा के अंदर उन्होंने देखा कि तीन चट्टानें हैं जिनके ऊपर सिर बने हुए हैं। श्लोक में कहा गया है कि उसी क्षण माता वैष्णवी अपनी पूरी महिमा में उनके सामने प्रकट हुईं और उन्हें उन चट्टान संरचनाओं से भी परिचित कराया। इन संरचनाओं को अब "पिंडीज़" के नाम से जाना जाता है।
Tour Itinerary Of Mata Vaishno Devi ( Special Train) 07 Days
Notice
01. आप समस्त भक्तजन तीर्थ यात्रा कर रहे हैं। कृपया निम्न बातों पर विशेष ध्यान देवें। तीर्थ यात्रा में अन्न तथा जल का विशेष महत्व होता है। उतना ही भोजन लेवें ,जिससे आप की क्षुधा शांत हो तथा जल का सदुपयोग करें ,क्योंकि तीर्थ यात्रा में भोजन छोड़ना, व्यर्थ करना एवं जल का दुरूपयोग कर आप पाप के भागीदार न बनें। हमारी समिति आप सभी भक्तजनों सें करबद्व निवेदन करती है।
02. आपकी यात्रा विवरण पत्रिका में प्रत्येक तथ्यों की पूर्ण जानकारी दे दी गई है। यदि आप समय रहते स्टेशन पहुंचने में असमर्थ रहते हैं तो उसकी पूर्ण जवाबदारी आपकी स्वयं की रहेगी। समिति द्वारा पूर्ण जानकारी आपको दे दी गई है, कृपया समय का विशेष ध्यान देवें।
03. सभी भक्तजन को सुचित किया जाता है। कि आपकी टूर प्रोग्राम में ट्रेन का समय दिया गया है।यदि आप दिये गये निर्धारित समय तक रेल्वे स्टेशन पहुंचने में असमर्थ रहते है। तो समिति द्वारा दिये हुये आई कार्ड पर दिए हुए कस्टमर केयर नम्बर पर तत्काल स्वयं काॅल कर जानकारी देना अनिवार्य है। इसके पश्चात् यदि आप स्टेशन पर सही समय पर नहीं पहुंच पाते । तो आप अगले पड़ाव पर स्वयं के व्यय से पहुचेंगे। आप अपना बैच हमेशा पहने रहेंगे। असुविधा की स्थिति में समिति से यात्रा की सही जानकारी प्राप्त कर लेवें। मोबाइल न. 7247411411
04. जिन भक्तजनों को समिति द्वारा दी गई धर्मषाला/लाॅज /होटल की व्यवस्था में समस्या आती है। तो आप अपने कोच प्रभारी से संपर्क कर अलग से रूम की व्यवस्था करवा सकते है । उसका व्यय भक्तजन स्वयं करेगें।
05. आप सभी भक्तजनों से निवेदन है। कि ट्रेन चलते वक्त प्लेटफार्म पर ना उतरे, यदि किसी भी चीजों की आवष्यकता है। तो आप अपने कोच प्रभारी से संपर्क करें। ट्रेन छोड़ देने पर आपका आगे पुनः सम्मिलित होने की सम्भावना नहीं है।क्योंकि ट्रेन व भाषाओं की काफी समस्या रहती है।
06. आप सभी भक्तजन देवी दर्शन के उद्देश्य से यात्रा में सम्मिलित हुए हैं। आपसे करबध्द निवेदन है । कि तीर्थ यात्रा मे ईश्वर का ध्यान ही केवल प्रमुख है,। आप क्रोध को त्यागे व संयम, धैर्य सच्चे मन से शांती रखकर यात्रा करें । एक सच्चे एवं अच्छे श्रद्धालु, भक्तजन का परिचय दें।
07. कम सामान सफर आसान - यात्री सुविधाजनक यात्रा के लिए अपने साथ कम से कम सामान रखें। ठंड के समय-स्वेटर, जर्सी एवं शाॅल व बरसात के समय - रेनकोट, छाता साथ अवश्य रख लेवें।
08. प्राथमिक चिकित्सा का कुछ सामान, रूई, पट्टियाँ, एंटी सेप्टिक क्रीम, बैंडेड, विक्स व आप डेली यूज की दवाईयाँ इत्यादि साथ में जरूर रखें |
09. समिति द्वारा सामान्य तौर पर नाश्ते की व्यवस्था सुबह 07:00 बजे से 08:30 बजे और रात्रि भोजन की व्यवस्था रात्रि 08:00 से 10:00 बजे तक रखी गयी है। सभी श्रद्धालुओं से निवेदन है । की प्रसाद के रूप में उत्तम नाश्ता और स्वादिष्ट भोजन समय पर ग्रहण कर लेवे। किसी कारणवष इस समय तक नाश्ता /भोजन नहीं कर पायेंगे। समिति इसके लिये जवाबदेह नहीं रहेगी। यदि हमारी बस लॉज या व्यवस्थित स्थान पर पहुॅचने में विलंब होती है तो रात्रि भोजन व नाश्ते की व्यवस्था में विलंब हो सकती है। अतः आप अपने साथ कुछ सूखे नाश्ते की व्यवस्था जरुर रखियें।
10. पानी बोतल/ पानी पाउच की व्यवस्था केवल ट्रैन में नाश्ते व खाने के लिए की गयी है। श्रद्धालुगण ट्रैन के बाहर धर्मशाला/ लॉज में नाश्ते व खाने के लिए नॉर्मल पानी का उपयोग करेंगे। इसके अलावा जिन भक्तजनों को एक्स्ट्रा पानी बोतल/ पानी/ पाउच चाहिए। वे स्वयं के व्यय से उपयोग करेंगे। स्पेशल ट्रेनों में पानी पाउच की व्यवस्था रहती है।
11. यदि किसी कारणवश प्रोग्राम परिवर्तन करना पड़ा तो समिति निर्णय लेगी व सर्वमान्य होगी।
12. सभी दर्शनीय स्थल पर दोपहर की भोजन की व्यवस्था आपकी स्वयं की होगी। बस व्यवस्थानुसार ढाबा में रूकेगी । जहां आपका 1/2 घंटे का समय दोपहर के खाने के लिये दी जायेगीं।
13. भक्तजन अपना अपना ओरिजनल ID PROOF अपने साथ रखेंगे । यदि कोई भक्तजन फोटो काॅपी रखता है । या ओरिजनल आईडी प्रूफ ले जाना भुुल जाता है । तो T.T.E उस भक्तजन पर पूरे टिकट का फाईन करेगा । उनकी यात्रा वहीं केन्सल भी हो सकती है । ट्रेन से T.T.E द्वारा उतार भी जा सकता है । इसके लिए समिति जवाबदार नहीं रहेगी।
14. भक्तजनो को समिति द्वारा दिये हुए ट्रैन के कोच और बर्थ नंबर , होटल में रूम नंबर , बस में दिए हुए सीट नंबर पर ही बैठेगें ।अन्यथा आप दूसरे के कोच और बर्थ नंबर , होटल में रूम नंबर , बस में दिए हुए सीट नंबर पर जबरदस्ती बैठे हुए पाये जाने पर फाईन किया जायेगा । आपकी यात्रा रद्द भी हो सकती हैं।
15. आप अपने साथ एक पावर बैंक अवश्य रख लेंगे। आप का मोबाइल हमेशा चालू अवस्था में रहनी चाहिए। आप वहां नंबर समिति में एंट्री करवाएंगे।
16. यात्री इंश्योरेंस और मेडिकल सुविधा जैसे डॉक्टर समिति द्वारा यात्रियों के लिए यात्रा मेें नहीं रहती ।
17. कृपया कोई भक्तजन ट्रेन में चैन पुलिंग ना करें । क्योंकि रेल्वे नियम अनुसार RPF द्वारा आपको पकड कर मजिस्ट्रेट के सामने खडा कर फाइन करवाया जाता है । और आपको वही से जमानत मिलती है। जिससे आपकी यात्रा डिस्टर्ब हो जाती है । और आपको अगले पडाव में ट्रेन को पकडने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पढ सकता है । अतः आप सबसे निवेदन है । कि ट्रेन के समय अनुसार अपने कोच पर बैठ जावे और व्यर्थ से उतर कर प्लेटफार्म पर ना घुमें।
18. आप सभी भक्तजन 1 घंटा पहले स्टेशन आ कर समिति के मैनेजर से सम्पर्क कर लेंगें व रेल्वे इक्वाइरी में ट्रेन की स्थिति व प्लेटफार्म पता कर ट्रेन में अपने बर्थ पे बैठैगें।
19. किसी -किसी मंदिरों में अन्नदान की व्यवस्था रहती है। आप वहाॅ दोपहर का भोजन कर सकते है।
20. यात्रीगण अपने यात्रा की कन्फर्म रेलवे टिकट अपने व्हटसप पर प्राप्त करने के पश्चात , पूर्ण रूप से दिनांक, बॉडिंग स्टेशन , जेंडर, क्लास की जाँच कर ले , त्रुटि होने पर उसी समय समिति से संपर्क कर सुधार करवा ले। अन्यथा बाद में किसी भी प्रकार की त्रुटि होने पर समिति जवाबदार नहीं रहेगी। और आप रेलवे टिकट को प्रिंट कर रख लेवे। जिसे आपको ट्रैन में TTE से चेक करवानी रहेगी।
21. यात्रा के दौरान ट्रैन रद्द होने या प्राकृति आपदा आने या लैंड स्लाइड होने से रोड बंद हो जाने या राजनीतिक व प्रसाशनिक कारण होने पर ( प्रशासन द्वारा यात्रा रोकने पर ) समिति आपकी यात्रा वही इन परस्थिनुसार स्थगित कर देगी। आपको होटल व भोजन , नाश्ते की व्यवस्था स्वम के व्यय से करनी रहेगी। व आपको मंदिर दर्शन हेतु स्वम के व्यय से वाहन व्यवस्था कर के जानी रहेगी। हमारे मैनेजर आपका सम्पूर्ण सहयोग करेंगे।
22. यात्रा के दौरान AC वाले भक्तजनो को नॉन AC रूम और नॉन AC बस की सुविधा दी जाती है।
23. यात्रीगण अपने रूपये ,पैसे ,मोबाइल ,कैमरा , ज्वेलरी , तथा कीमती सामानों की रक्षा स्वाम करे। मोबाइल चार्ज करते समय स्वाम मोबाइल पर धयान देवे। मोबाइल खो जाने पर पूर्ण जवाबदारी आपके स्वाम की होगी। समिति इसके लिए जवाबदार नहीं होगी।
24. यात्रा के दौरान कभी भी प्राकृतिक आपदा (रोड का बंद हो जाना) आती है, तो यात्रा तत्काल वहीं स्थगित कर दी जावेगी। यदि किसी कारणवष प्रोग्राम परिवर्तन करना पड़ा तो समिति निर्णय लेगी व सर्वमान्य होगी और राषि वापसी नहीं हो पायेगी।
25. जो भी यात्री भक्तजनों को रूम की व्यवस्था अगर पसंद नहीं आती या व्यवस्था उचित नहीं लग रही है। तो वह भक्तजन अपने सुविधा से रूम ले सकते है। जिनका चार्ज स्वयं को देना रहेगा।
26. ट्रेन लेट होने की दशा में आपको खाना, पानी, नाश्ता थोड़ी लेट हो सकती है। जिसके कारण मैनेजर या समिति जिम्मेदार नहीं है क्योंकि यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व ही ट्रेन के निर्धारित समय को देखकर खाने का ऑर्डर किया गया है।
27. सभी स्लीपर वाले यात्रीगणों के लिए 2 बेड वाले रूम में एक फैमिली वाले यात्रीगण के साथ एक दूसरे फैमिली वाले यात्रीगण के साथ नहाने व फ्रेष होने के लिए रूम दी जावेगी, व ए.सी. वाले यात्रीगणों को सेपरेट रूम दी जावेगी।
28. यात्रा में अतिथि को किसी भी प्रकार के हेल्थ इषु होती है। तो डॉक्टर के पास ले जाने की कंडीषन आ जाती है। तो गाड़ी एंव डॉक्टर का खर्चा यात्री का स्वयं का रहेगा।
29. यात्रा में अगर कोई डॉक्टर हैं। तो उनकी जानकारी सबसे पहले अपने मैनेजर को देंगे। जो आप सभी की जिम्मेदारी रहेगी।
30. समिति आपकी रेल्वे टिकट IRCTC के माध्यम से बुक करवाती है। अतः आप जिस समय अपनी यात्रा की बुकिंग करवाते हैं। उसी समय आपका रेल्वे टिकट बनता है रेल्वे में जो कोच बर्थ की स्थिति उपलब्ध रहती है। वही कोच बर्थ आपको उपलब्ध हो पायेगी।
31. श्री त्रिपुर तीर्थ सेवा समिति के साथ जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक यूट्यूब व्हाट्सअप को सब्सक्राइब और फॉलो कर यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी और फोटो वीडियो प्राप्त करें।
32. यदि रेलवे के परिचालन के कारण ट्रेन लेट हो जाती हैl और आगे की कोई कनेक्टिंग ट्रेन छूट जाती हैl इसके लिए समिति जवाबदार नहीं होगी आगे आपको स्वयं के खर्चे से अगले गंतव्य स्थान पर पहुंचनी रहेगी l
33. यदि रेलवे अपने किसी कारणवश ट्रेन कैंसिल कर देती है l तो इसके लिए समिति जवाबदार नहीं रहेगी, आगे की यात्रा आपको अपने स्वयं के खर्चे से करनी रहेगी l
34. रेलवे द्वारा पेंट्रीकार उपल्बध ना होने कारण समिति द्वारा मथुरा, हरिद्वार, माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन पहुँचने के पष्चात् बाहर चाय नाश्ता व रात्रि भोजन की व्यवस्था ट्रेन से बाहर की गई है। जहाँ सुबह का चाय नाश्ता रहेगा वही रात्रि भोजन की व्यवस्था की गई है। जो रात्रि 7 बजे प्रारंभ रहेगा। आप सभी भक्तजन अपने कोच प्रभारी से संर्पक कर भोजन स्थल पर पहुँचेंगे। दोपहर भोजन की व्यवस्था स्वयं की रहेंगी। सभी श्रध्दालू से निवेदन है। कि प्रसाद के रूप में उत्तम नाश्ता और स्वादिष्ट भोजन समय पर ग्रहण कर लेवें।
35. आपको किसी प्रकार की समस्या आये तो हमारे मैनेजर से संपर्क करें। कस्टमर कैयर मैनेजर - 7247411411 Wishing a very happy journey to all of you
36. सभी भक्तजन यात्रा में एक एक्सेंसन बोर्ड अवश्य ले कर जावें। क्योंकि वह चार्जिंग बोर्ड की समास्या आती है।
Terms and Conditions - For Booking
01. अपना यात्रा कन्फर्म करने हेतु 20% रु. सहयोग राशी www.tripuryatra.com पर ऑनलाइन बुकिंग करवाना अनिवार्य है। शेष राशी यात्रा से 30 दिन पूर्व www.tripuryatra.com ऑनलाइन देना अनिवार्य रहेगा । अन्यथा आपकी यात्रा निरस्त कर दी जाएगी । पूर्ण राशि पर 5 % GST चार्ज अलग से लगेगा। GST अमाउंट वापसी योग्य नहीं है l
02. यात्रा दिनाँक के दो दिन पूर्व टूर इतनरी (यात्रा कार्यक्रम ) www.tripuryatra.com पर टूर इतनेरी प्राप्त करना अनिवार्य है ,आप टूर इतनेरी का प्रिंट आउट निकाल कर पूर्ण मार्गदर्शन हेतु रखेंगे । इसकी जवाबदारी आप की स्वयं की होगी |
03. यात्रा के निरस्त करने पर यात्रा की पूर्ण राशि का निरस्तीकरण प्रभार 20% लगेगा, यात्रा दिनाँक के 15 दिन पूर्व पूर्ण राशि का निरस्तीकरण प्रभार 50 % व यात्रा दिनाँक के 7 दिन पूर्व पूर्ण राशि का निरस्तीकरण प्रभार 75% कटौती होगी । यात्रा दिनाँक से 2 दिन पूर्व राशि वापस योग्य नहीं होगी | आपको अपने कैंसिल दिनाँक फार्म से अंकित करवाना अनिवार्य है | रजिस्टेशन अमाउंट 20% किसी भी परिस्थिति में वापसी योग्य नहीं है। एवं 5 % GST भी वापसी योग्य नहीं है। और वेब साइड से बुकिंग होने पर , कैंसलेशन के लिए रिक्वेस्ट भेजना आपको अपने ID से अनिवार्य है। अन्यथा आपका टिकट मान्य रहेगा और कंस्लेशन अमाउंट जिस दिन आप रिक्वेस्ट भेजे होंगे , उस दिन से काउंट होगी और उसी दिनांक के आधार पर आपने जमा पैसे रिफंड होगा , यदि आप कैंसलेशन रिक्वेस्ट डालना भूल गए। तो उस परिस्थिति मेंआपका यात्रा कन्फर्म माना जावेगा। और आपकी राशि वापसी योग्य नहीं होगी। आपकी कैंसलेशन राशि की वापसी यात्रा वापसी से 1 महीने के अंतराल समय अवधि में निष्पादित होंगे ।
04. 20 % रजिस्टेशन अमाउंट किसी भी परिस्थिति में वापसी योग्य नहीं है , यदि रेलवे से स्पेशल ट्रैन उपलब्ध नहीं हो पति या स्पेशल ट्रैन में पुरे यात्री नहीं हो पाते , तो समिति यात्रा आगे शिफ्ट कर सकती है , आप उस यात्रा में सम्मिलित हो सकते है या अन्य दूसरे यात्रा में भी सम्मिलित हो सकते है या आपकी रजिस्टशन अमाउंट समिति के पास जमा रहेगी , जब आपके पास समय रहेगा , तो किसी भी यात्रा में शामिल हो सकते है।
05. प्रत्येक श्रद्धालुगण अपना अपना ओरिजनल आई. डी. प्रूफ (आधारकार्ड , वोटर आई डी कार्ड , पेन कार्ड , ड्राविंग लाइसेंस , पासपोर्ट ) इसमें से एक अवश्य रखे । नेपाल विदेश यात्रा करने वाले श्रद्धालुगण वोटर आई डी कार्ड ही रखे। यदि कोई श्रद्धालुगण आई. डी. की फोटो कॉपी रखता है या ओरिजनल आई डी कार्ड ले जाना भूल जाते है । तो T.T.E श्रद्धालुगण से पूरा टिकट का राशि का फाइन करने का पूर्ण अधिकार रहेगा | उनकी यात्रा वही केंसल हो सकती है।
06. . अ) 5 से 8 वर्ष की उम्र के बच्चो का सहयोग राशि ५०% जो कुल राशि से देय होगा तथा शयन बर्थ आबंटित नहीं की जावेगी | वरिष्ठ यात्रियों को पूरा सहयोग राशि देना होगा | ब) 5 वर्ष से कम आयु के बच्चो का जन्म प्रमाण पत्र की फोटो कॉपी जमा करना अनिवार्य है, अन्यथा पूरा टिकट लगेगा |
07. जिस श्रद्धालुगण का यात्रा में आरक्षण होगा । वही श्रद्धालुगण यात्रा कर सकते है ।उसके स्थान पर कोई भी दूसरा श्रद्धालु व्यक्ति यात्रा नहीं कर सकते । दूसरा श्रद्धालु के लिए यात्रा पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी ।
08. यात्रा के दौरान ताश, मंदिरा, धूम्रपान का सेवन पूर्णतः प्रतिबंधित है । उपरोक्त वस्तुओ का सेवन करते पाये जाने पर। आपकी यात्रा वही रद्द कर दी जाएगी ।
09. सभी यात्री अपने स्वास्थ्य सम्बंधित , सुरक्षा तथा जान - माल की हिफाजत के लिए स्वयं जिम्मेदार रहेंगे। यात्रा के दौरान किसी भी तरह की आकस्मिक दुर्घटना या नुक्सान के लिए समिति जिम्मेदार नहीं होगी |
10. अपरिहार्य कारणों से ( जैसे रेलवे द्वारा यात्रा शैड्यूल चेंज करने पर या ट्रैन में रेलवे में कन्फर्म टिकट उपलब्ध नहीं होने पर ) यात्रा कार्यक्रम (तीर्थ स्थलों) में परिवर्तन किया जा सकता है |
11. समिति की सेवाए बिलासपुर रेलवे स्टेशन से प्रारम्भ होकर बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर समाप्त हो जाएगी |
12. टी.बी. , शुगर, ब्लडप्रेसर, ह्रदय रोग या अन्य गंभीर रोगो से ग्रसित यात्रियों को सलाह दी जाती है। वे अकेले सफर न करे । साधारणतः अपनी दवाईयां साथ रखे । बीच में किसी भी प्रकार की (स्वास्थ सम्बन्धी) समस्या आने पर समिति की जवाबदारी नहीं रहेगी। इसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे । यात्रा में सम्मिलित होने से पहले स्वास्थ्य सम्बंधित सभी चेकप डॉक्टर से अवश्य करवा ले । डॉक्टर की सलाह पर यात्रा करे | डॉक्टर द्वारा दिए हुए सर्टिफिकेट समिति में जरूर जमा करवाए । ये आपकी स्वयं की जवाबदारी होगी | समिति के साथ यात्रा में कोई डॉक्टर नहीं रहते। स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या आने पर रेलवे के कंट्रोल स्टाफ से बात कर रेलवे डॉक्टर स्टेशन पर ही उपलब्ध करवाया जाता है। दवाइयाँ , डॉक्टर चार्ज , एम्बुलन्स किराया का खर्च यात्रियों को स्वयं वहन करना रहेगा।
13. 60 से अधिक आयु के यात्री के साथ पारिवारिक सहयोगी यात्री सदस्य का होना अनिवार्य है |
14. किसी भी प्रकार की विवादपूर्ण परिस्थितियों में हमे आप का सहयोग चाहिए | जो निर्णय समिति लेगी वह अंतिम व सर्वमान्य होगा |
15. आपको जो बर्थ आबंटित की जाएगी । यदि उसमें किसी भी प्रकार की क्षति होती है । तो समिति के पास आप पर रेलवे शासकीय नियमनानुसार चार्ज करने का पूर्ण अधिकार रहेगी |
16. यात्रियों से अनुरोध है, यात्रा के दौरान शांति, सौहाद्रपूर्ण भक्तिमय वातावरण निर्मित कर यात्रा करें । साधनात्मक वातावरण आपकी यात्रा और भी अद्भुत और सुखद बनती है।
17. समिति द्वारा दिए गए दिशा निर्देश व समय का पालन करना अनिवार्य है । अन्यथा यात्रियों को होने वाली असुविधाएँ जैसे (ट्रेन, बस छूटना) के लिए स्वयं जिम्मेदार होंगे । किसी भी प्रकार की आपके द्वारा की गई व्यय (खर्च ) समिति कदापि वहन नहीं करेगी ।
18. रेलवे प्रबंधन द्वारा 2 घंटे पूर्व ही ट्रेन हमें उपलब्ध होती है | जिससे हमारे समिति को ट्रेन में लगे, बिजली, पंखे, पानी की स्थिति व टायलेट से हम अनभिज्ञ रहते है | अतः यात्रा के दौरान कोई भी समस्या आती है, तो कृपया संयम से काम लेवें, आपके समस्या का निराकरण जल्द समिति द्वारा करवाने का प्रयास किया जाएगा |
19. सभी श्रद्धालुवों को ट्रेन में बैठने के पश्चात ही जलपान स्वल्पाहार (नाश्ते) एवं भोजन की व्यवस्था कराइ जावेगी |
20. किसी भी प्रकार की दावा आपत्ति का निराकरण रायपुर न्यायालय क्षेत्र में होगी |
21. सभी यात्री को असुविधा (बस में बैठने और खाना नाश्ता उपलबध ) से बचने हेतु यात्रा आईडी बैच पहनना अनिवार्य है, यात्रा आईडी बैच गुमने पर संस्था से अतरिक्त शुल्क 300 रूपए दे कर दूसरा बैच बनवा लें | अन्यथा चेकिंग के दौरान बैच नहीं मिलने पर 500 रूपए समिति द्वारा जुर्मना लिया जावेगा |
22. सभी भक्तजनो को हमारी समिति द्वारा सूचित किया जाता है की तिरुपति बालाजी के दर्शन में एक समय निर्धारित कर दिया जाएगा | जिससे दर्शन हो या न हो इसमें समिति की जवाबदारी नहीं रहेगी, क्योकि बालाजी दर्शन 4 घंटे में हो सकते है तो कभी 30 घंटे दर्शन लग जाते है | कृपया समिति को सहयोग प्रदान करें |
23. यदि किसी भी यात्री द्वारा चैन पुलिंग किया जाता है | तो रेलवे पुलिस बल (RPF) द्वारा किसी भी प्रकार की उचित कार्यवाही उस यात्री पर करते है , तो उसमें समिति की जवाबदारी नहीं रहेगी |
24. समिति 2 या 3 कि.मी. कि दुरी में धर्मशाला या मंदिर तक रहने पर वाहनों कि व्यवस्था नहीं करेगी | आप अपने स्वयं कि व्यवस्था से मंदिर दर्शन करेंगे व स्टेशन, धर्मशाला पहुँचेंगे |
25. समिति द्वारा सभी भक्तजनो को मंदिर द्वार ( तीर्थ स्थल ) तक ले जाया जावेगा | किसी कारणवश किसी भक्तजन व श्रद्धालुवो दर्शन से वंचित रहते है ,तो समिति इसके लिए जवाबदार नहीं रहेगी |
26. श्रद्धालुगढ़ अपने रूपए, पैसे, मोबाइल, कैमरा, ज्वेलरी तथा कीमती सामानो कि रक्षा स्वयं करें | मोबाइल चार्ज करते समय स्वयं मोबाइल पर ध्यान देवें | मोबाइल या सामान खो जाने पर पूर्ण जवाबदारी आपके स्वयं कि होगी |
27. केदारनाथ , बद्रीनाथ व तिरुपति बाला जी में दर्शनार्थीओ की काफी भीड़ रहती है । यदि किसी कारणवश श्रद्धालुगढ़ दर्शन करने में असमर्थ रहते है , उसके लिए समिति जवाबदार नहीं रहेगी । तिरुपति बाला जी के VIP दर्शन टिकट और चार धाम की यात्रा दर्शन टिकट यात्रीगण स्वयं से ऑनलाइन टिकट बुक करेंगे।
28. टूर प्रोग्राम (आइटिनरी ) से ट्रेन पहुँचने वाले स्टेशन से ३ घंटे विलम्ब होती है । तो आपके आगे के लंच ,डिनर , ब्रेक फ़ास्ट कैंसल हो जावेगी । आपको स्वयं लंच ,डिनर , ब्रेक फ़ास्ट करनी होगी l
29. समिति द्वारा किसी भी श्रद्धालुगण को किसी भी ट्रैन में बर्थ की गारंटी नहीं दी जाती। केवल श्रद्धालुओ के लिए समिति सतत प्रयासरत रहती है। समिति आपकी रेलवे टिकट irctc रेलवे के माध्यम से बुक करवाती है। अतः आप जिस समय अपनी यात्रा की बुकिंग करवाते है। उसी समय आपकी रेलवे टिकट आपके नाम से बनती है। रेलवे में जो कोच बर्थ की स्थिति उपलब्ध रहती है। वही कोच बर्थ आपको मिलती है। यदि आपके द्वारा माँगा गया बर्थ आपको उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में आप को समिति द्वारा दिए गए बर्थ में ही यात्रा करनी होगी।
30. यात्रा के दौरान नाश्ते भोजन की व्यवस्था स्पेशल ट्रेन में की गई है | स्पेशल ट्रेन से बाहर यात्रा के दौरान दोपहर की भोजन की व्यवस्था आपकी स्वयं की रहेगी
31. यात्रा के दौरान ट्रैन रद्द होने या प्राकृति आपदा आने या लैंड स्लाइड होने से रोड बंद हो जाने या राजनीतिक व प्रशासनिक कारण होने पर ( प्रशासन द्वारा यात्रा रोकने पर ) समिति आपकी यात्रा वही इन परस्थिनुसार स्थगित कर देगी। आपको होटल व भोजन , नाश्ते की व्यवस्था स्वयं के व्यय से करनी रहेगी। व आपको मंदिर दर्शन हेतु स्वयं के व्यय से वाहन व्यवस्था कर के जानी रहेगी। हमारे यात्रा मैनेजर आपका सम्पूर्ण सहयोग करेंगे। पूर्ण राशि वापसी नहीं हो पायेगी |
32. समिति स्पेशल ट्रेन /कोच के लिए रेलवे में आवेदन करती है। परन्तु किसी कारणवश रेलवे स्पेशल ट्रेन कोच उपलब्ध नहीं करा पाती है। तो उस स्थिति अनुसार आपको रेज़र्वेशन कोच में यात्रा करनी रहेगी। या पूरे 1080 यात्री नहीं मिलने पर , 1 कोच में या २ कोच में यात्रा करनी रहेगी आप सहमति पर ही बुकिंग कराये।
33. 20 प्रतिशत रूपए देकर अपना रजिस्टेशन करने के पश्चात शेष राशि यात्रा दिनांक के 1 महीने पूर्व जमा करना अनिवार्य है l
34. यदि रेलवे के परिचालन के कारण ट्रेन लेट हो जाती है l और आगे की कोई कनेक्टिंग ट्रेन छूट जाती हैl इसके लिए समिति जवाबदारी नहीं होगी आगे आपको स्वयं के खर्चे से अगले गंतव्य स्थान पर पहुंचनी रहेगी l
35. यदि रेलवे अपने किसी कारणवश ट्रेन कैंसिल कर देती है l तो इसके लिए समिति की जवाबदारी नहीं रहेगी l आगे की यात्रा आपको अपने स्वयं के खर्चे से करनी रहेगी l
36. मैंने आइटिनरी ( टूर प्रोग्राम ) पढ़ के प्राप्त कर चूका /चुकी हूँ । मैं उपरोक्त सभी 01 से 36 बिन्दुओ के नियम एवं शर्तो से पूणतया पढ़ के सहमत हूँ । इसलिए व्हाट्सप पर सहमति के लिए ओके का साइन किया है। आवेदक नाम , मोबाईल नम्बर / हस्ताक्षर